तरुण चुग ने एक बयान में कहा कि आरएसएस ने पंजाब राज्य की सेवा कांग्रेस से कहीं बेहतर तरीके से की है.
बीजेपी (BJP) के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग (Tarun Chugh) ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) को विधानसभा सत्र के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को बदनाम करने की कोशिश करने के लिए फटकार लगाई है.
चुग ने एक बयान में कहा कि आरएसएस ने पंजाब राज्य की सेवा कांग्रेस से कहीं बेहतर तरीके से की है. उन्होंने कहा, “पंजाब में आरएसएस ने हमेशा सांप्रदायिक सद्भाव और सौहार्द के लिए काम किया है, जबकि कांग्रेस के हाथ ब्लूस्टार जैसी भयानक घटनाओं के कारण खून से रंगे हुए हैं.”
उन्होंने यह भी कहा कि चन्नी का यह कहना सरासर गलत है कि संघ ने 1966 में पंजाब में प्रवेश किया था. जबकि सच तो यह है कि आरएसएस ने स्वतंत्रता से भी पहले और चन्नी के जन्म से भी बहुत पहले से पंजाब में सेवा करना शुरू कर दिया था. चुग ने सुझाव दिया कि मुख्यमंत्री को कुछ भी कहने से पहले अपने तथ्यों की जांच ठीक से करनी चाहिए.
विभाजन के दिनों में, आरएसएस ने प्रवासियों को एक सुरक्षित वातावरण में पुनर्वास में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, यहां तक कि उग्रवाद के दिनों में भी आरएसएस कार्यकर्ताओं ने यह सुनिश्चित किया कि राज्य में सांप्रदायिक शांति और सद्भाव बना रहे.
तरुण चुग ने कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से विधानसभा में अपनी राजनीतिक लड़ाई में आरएसएस को घसीटना बेहद अनैतिक और गैर-जिम्मेदाराना था. उन्होंने मांग की है कि मुख्यमंत्री अपनी निंदनीय टिप्पणी के लिए आरएसएस से माफी मांगें.
बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने विधानसभा में आरएसएस को पंजाब की दुश्मन जमात बताया था. केंद्र सरकार की तरफ से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का अधिकार क्षेत्र 15 किलोमीटर से बढ़ाकर 50 किलोमीटर करने के खिलाफ लाए गए प्रस्ताव पर बहस करते समय मुख्यमंत्री चन्नी ने यह बयान दिया था.
चन्नी ने शिरोमणि अकाली दल से कहा था कि उनकी वजह से ही आरएसएस पंजाब में जड़ें जमा पाई. अगर अकाली उनके साथ समझौता न करते तो आरएसएस जैसी दुश्मन जमात की पंजाब में एंट्री न होती.