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कोरोना से भिड़ने की तैयारी! दूसरी वैक्सीनों से कैसे बेहतर है INCOVACC, समझिए

सरकार ने बताया कि एक्सपर्ट पैनल ने वयस्कों के लिए बूस्टर डोज के रूप में भारत बायोटेक की नाक से दी जाने वाली टीके की सिफारिश की है। संसद को बताया कि नेजल वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है।

INCOVACC VACCINE: ‘कोरोना के पुराने दिन अब लौट आए हैं?’ वजह- मास्क- सैनिटाइजर की अनिवार्यता और टीकाकरण को लेकर फिर से तेज होती कवायद आने वाले संकट की आहट दे रहा है। चीन में कोरोना महामारी की संभावित तबाही के बीच केंद्र की मोदी सरकार ने भी देश में अलर्ट जारी किया है। सरकार ने बताया कि एक्सपर्ट पैनल ने वयस्कों के लिए बूस्टर डोज के रूप में भारत बायोटेक की नाक से दी जाने वाली टीके की सिफारिश की है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने संसद को बताया कि नेजल वैक्सीन ‘इनकोवैक’ को मंजूरी मिल चुकी है। मामले के जानकार लोगों का कहना है कि अन्य वैक्सीनों की तुलना में नेजल वैक्सीन बेहतर और कारगर साबित होगी।

दरअसल, पिछले महीने 28 नवंबर को भारत बायोटेक ने यह जानकारी सार्वजनिक की कि दुनिया की पहली नाक से दी जाने वाली वैक्सीन तैयार हो चुकी है और इसके सभी प्रकार के टेस्ट किये जा चुके हैं। गुरुवार को सरकार की तरफ से स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि सरकार ने नेजल वैक्सीन नेजल वैक्सीन INCOVACC (इनकोवैक) को मंजूरी दे दी है।

दूसरी वैक्सीनों से बेहतर कैसे 
डीजीसीआई ने इनकोवैक ब्रॉन्ड की नेजल वैक्सीन को कोरोना के खिलाफ कारगर वैक्सीनों में शामिल कर दिया है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस वैक्सीन को क्रियांवित करना ज्यादा आसान होगा। क्योंकि यह नाक से दी जाने वाली वैक्सीन है, इसलिए इसमें सुई लगने या दर्द की टेंशन नहीं होगी। इसके अलावा कोरोना शरीर में सबसे पहले नाक पर हमला करता है, ऐसे में यह वैक्सीन नाक में प्रतिरक्षा बनाता है।

नाक में एक बूंद और आप सुरक्षित
गुरुवार को संसद में मंडाविया ने कहा, “हम टीकों की किश्त के साथ भविष्य के लिए तैयार हैं और विशेषज्ञ समिति ने आज नाक के टीके को मंजूरी दे दी है। यह एक नाक का टीका है, इसलिए, इस नए टीके से टीका लगाने की कोई आवश्यकता नहीं है। आपकी नाक में बस एक बूंद और आप सुरक्षित हैं। ”

940 में से 719 मिलियन को बूस्टर डोज लगना बाकी
एचटी द्वारा विश्लेषण किए गए आंकड़ों के अनुसार,  940 मिलियन वयस्कों में से लगभग 719 मिलियन ने अभी तक बूस्टर नहीं लिया है और 75 मिलियन ने अपनी दूसरी खुराक भी नहीं ली है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि यदि इन लंबित खुराकों के लिए अचानक भीड़ बढ़ जाती है, तो राज्यों के बीच वितरित करने के लिए पर्याप्त संख्या में खुराकें हैं।

नाम न  छापने की शर्त पर स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “हम तुरंत टीकाकरण करने में सक्षम नहीं हो सकते हैं, लेकिन हमारे पास महत्वपूर्ण (कोविड वैक्सीन) इन्वेंट्री है। सरकार खपत के पैटर्न के आधार पर अतिरिक्त खरीद पर विचार करेगी।”

पीएम की बूस्टर डोज लगाने की अपील
गुरुवार को कोविड की स्थिति पर एक समीक्षा बैठक में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अधिकारियों से आग्रह किया कि वे लोगों को अपनी तीसरी खुराक प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कदम उठाएं, खासकर यदि वे अन्य बीमारियों के कारण कमजोर हैं या वृद्धावस्था के हैं।