भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज नौ फरवरी से शुरू हो रही है। भारतीय टीम के लिए यह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी काफी महत्वपूर्ण है। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को इस सीरीज में जीत हासिल करनी होगी। अगर वह दो या तीन मैच जीत लेता है तो आसानी से फाइनल में पहुंच जाएगा।
सीरीज की तैयारी के लिए टीम इंडिया मैदान पर उतर चुकी है। भारतीय टीम ने नागपुर में अभ्यास शुरू कर दिया है। दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली के साथ अनुभवी चेतेश्वर पुजारा, ओपनर केएल राहुल और ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने पसीना बहाया है।
कोहली के लिए यह सीरीज काफी महत्वपूर्ण है। वह बांग्लादेश के खिलाफ पिछली टेस्ट सीरीज में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। विराट इस समय शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने टी20 के बाद वनडे में जबरदस्त पारियां खेली हैं। अब फैंस को टेस्ट में उनसे बड़ी पारी की उम्मीद है। विराट नवंबर 2019 से टेस्ट में शतक नहीं लगा पाए हैं। वह सीरीज में इस सूखे को समाप्त करना चाहेंगे।
चेतेश्वर पुजारा की बात करें तो वह शानदार फॉर्म में चल रहे हैं। उन्होंने बांग्लादेश के दौरे पर एक शतक लगाया था और एक 90 रनों की पारी खेली थी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पुजारा का रिकॉर्ड भी शानदार है। उन्होंने कंगारू टीम के खिलाफ 20 मैचों की 37 पारियों में 1893 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका औसत 54.08 का रहा। पुजारा ने पांच शतक और 10 अर्धशतक लगाए हैं।
केएल राहुल से टीम इंडिया को बड़ी उम्मीदें हैं। पिछले कुछ समय से उनका प्रदर्शन औसत रहा है। वह बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज में टीम के कप्तान थे। तब उन्होंने चार पारियों में 22, 23, 10 और दो रन बनाए थे। राहुल का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रदर्शन अच्छा रहा है। उन्होंने नौ टेस्ट की 16 पारियों में 580 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका औसत 38.66 का रहा है। राहुल ने एक शतक और छह अर्धशतक लगाए
रवींद्र जडेजा चोट के बाद वापसी करने वाले हैं। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में सौराष्ट्र के लिए खेलकर अपनी फिटनेस को साबित किया है। जडेजा के आने से टीम को मजबूती मिलेगी। वह खतरनाक गेंदबाजी के साथ-साथ उपयोगी बल्लेबाजी से बड़ा योगदान दे सकते हैं।