- कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सजा पर मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा यह ऐतिहासिक फैसला है,
- राहुल गांधी ने पिछड़े वर्ग को नीचा दिखाने का प्रयास किया है,
- वे पूरे ओबीसी समाज से माफी मांगे,
- उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव खुद भी आते ही पिछड़ा वर्ग से,
- राहुल गांधी सर झुकाकर फैसले को स्वीकार करें व गलती माने,
उज्जैन | कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 2 वर्ष की सजा होना व उनकी संसद सदस्यता समाप्त करने का मामला अब लगातार गर्माता जा रहा है। जहां एक ओर कांग्रेस द्वारा पूरे देश में प्रदर्शन किया जा रहा है तो वहीं अब इस मामले को पिछड़ा वर्ग के अपमान के तौर पर देखा जा रहा है। मध्य प्रदेश के पिछड़ा वर्ग से आने वाले उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने मीडिया से चर्चा में कहा कि कोर्ट का फैसला ऐतिहासिक है। राहुल गांधी ने ओबीसी वर्ग को नीचा दिखाने का प्रयास किया था। न्यायालय ने भारत के लोकतंत्र को हमेशा बचाया है। निष्पक्ष फैसला दिया है । इसी फैसले के परिपेक्ष में लोकसभा अध्यक्ष ने राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द की है। खास बात तो यह है कि राहुल गांधी ने जिस अध्यादेश को फाड़ था उसी की कीमत उन्हें आज चुकाना पड़ी है। राहुल गांधी को आज अपना व्यवहार सुधारने व अपने आप का मूल्यांकन करने की जरूरत है। राहुल गांधी अब इस निर्णय को सर झुका कर स्वीकार करें व गलती को भी माने और अपने अनुयायियों से भी कहें। राहुल गांधी को पूरे ओबीसी समाज से माफी मांगने की जरूरत है।