उज्जैन खाद्य विभाग की टीम ने मंगलवार रात को उन्हेल में अमानक मावा बनाने वाली फैक्ट्री पर छापा मारा। 81 हजार रुपए की कीमत से अधिक का अमानक मावा बनाने का सामान जब्त किया। 12 सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। मावा मुंबई भेजे जाने की तैयारी थी।
मालवा क्षेत्र में अधिकांश मावा उन्हेल और नागदा में बनाया जाता है। इसकी खपत सबसे ज्यादा मुंबई में होती है। खाद्य विभाग की टीम को उन्हेल में अमानक मावे की सुचना मिली थी। इस पर कार्रवाई करते हुए उन्हेल के पगारिया बस स्टैंड के पास मावा बनाने वाली मां भवानी फर्म पर छापा मारा गया। टीम को यहां पर मावा डालडा घी से बनते हुए मिला।
दूध, क्रीम, डालडा, के अलग – अलग 12 सैंपल लिए गए है। खाद्य अधिकारी बसंत शर्मा ने बताया कि अमूमन मावा दूध से बनाया जाता है, लेकिन ये लोग दूध से क्रीम निकालकर उसकी जगह डालडा मिला – मिलाकर अमानक मावा बना रहे थे। इस तरह का मावा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। टीम ने मावा फैक्ट्री से 231 किलो मावा, 17.62 किलो वनस्पति, 22 किलो घी, 65 लीटर दूध सहित 10 किलो क्रीम, करीब 81 हजार रुपए से अधिक की कीमत का माल जब्त किया है। फर्म का लाइसेंस रामबाबू लावरिया के नाम पर पाया गया, जिसे जल्द निरस्त करने की बात अधिकारियों की ओर से कही गई है।