पाकिस्तान के सिंध प्रांत में डकैत अल्पसंख्यक हिंदुओं और उनके मंदिरों को लगातार निशाना बना रहे हैं। वह भारत में जांच एजेंसियों के रडार पर चल रही सीमा रिंद (सीमा हैदर) का नाम लेकर भी हिंदुओं को प्रताड़ित कर रहे हैं। पाकिस्तानी सरकार भी इन डकैतों से बचाव के लिए हिंदू समुदाय को पर्याप्त सुरक्षा देने में नाकाम है।
इसी कारण पाकिस्तान में पहली बार हिंदू समुदाय अपनी और मंदिरों की सुरक्षा के लिए सशस्त्र बचाव दल बनाने जा रहा है। इससे पहले, खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने प्रांत में सिखों को निशाना बनाए जाने के बाद आत्मरक्षा के लिए हथियार लाइसेंस दिए जाने का प्रस्ताव दिया था। हालांकि, तब सिखों ने उसे ठुकराते हुए कहा था कि इससे स्थिति और बिगड़ सकती है।
600 मंदिरों के लिए सिर्फ 400 पुलिसकर्मी तैनात
नाम न छापने की शर्त पर एक हिंदू ने दैनिक भास्कर को बताया कि सरकार हमें और हमारे मंदिरों को सुरक्षा देने में नाकाम है। इसी कारण हम अपनी सुरक्षा के इंतजाम खुद करेंगे। कराची के अलावा भी सिंध में 600 से अधिक मंदिर हैं। सरकार ने केवल 400 पुलिस कर्मियों की तैनाती की है।
इसमें भी केवल हिंदू पुलिसवाले ही लगाए हैं। प्रत्येक मंदिर में औसतन एक पुलिस वाला भी नहीं है। इस तरह सरकार से यही संदेश मिल रहा है कि हिंदू अपनी समस्या खुद सुलझाएं।’ प्रांतीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ज्ञान चंद इसरानी ने कहा कि इन हमलों के मद्देनजर पूरे प्रांत में हिंदू मंदिरों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
डकैतों ने दी थी हिन्दू समुदाय पर हमले की धमकी
कुछ बदमाशों ने भारतीय के साथ सीमा की शादी को लेकर प्रतिक्रिया में हिंदू समुदाय को धमकी दी थी। मैं डकैतों से कहूंगा कि इस तरह से हिंदुओं को निशाना न बनाएं।’ एक अन्य हिंदू नागरिक ने कहा कि हमें तो यह भी शक है कि सरकार हमें पाकिस्तानी मानती भी है या नहीं? उनकी भाषा देखिए, वे डकैतों से अपील कर रहे हैं। क्या होता, अगर डकैतों ने मुस्लिमों पर हमला किया होता। तब भी सरकार अपील करती या उनके सफाए के लिए अभियान चलाती?’
इधर, मुस्लिम धर्मगुरुओं ने आग उगलना शुरू कर दिया है। मौलाना फजलुर रहमान की जमीयत उलेमा ए इस्लाम ने मांग की है कि जांच होनी चाहिए कि सीमा ने भारत जाकर हिंदू धर्म क्यों अपनाया।
जबरन धर्म परिवर्तन के लिए बदनाम घोटकी और काशमोर के मियां अब्दुल हक उर्फ मियां मिट्ठू ने भी धमकी दी है। उसने कहा कि सिंध के हिंदुओं को सीमा की वापसी के लिए प्रयास करना चाहिए। हम नहीं चाहते कि कुछ उपद्रवी हिंदू मंदिरों और उनके घरों पर हमला करें। उसे ब्रिटिश सरकार ने प्रतिबंधित सूची में रखा हुआ है।
मंदिरों पर हमले, खौफ से वहां नहीं जा रहे हिंदू
डकैतों ने दहशत फैलाने के लिए सिंध के दो जिलों से 30 से अधिक हिंदुओं काे अगवा किया। साथ ही रॉकेट लॉन्चर से मंदिर पर हमला किया। डकैत धमकी दे रहे हैं कि अगर पाकिस्तानी सरकार सीमा रिंद (सीमा हैदर) को भारत से नहीं लाती है, तो हम और मंदिरों पर हमला करेंगे और हिंदू समुदाय को निशाना बनाएंगे। डैकतों की दहशत से हिंदुओं ने आंदोलन तक रोक दिया है। वे मंदिर भी नहीं जा रहे हैं।