उज्जैनमध्य प्रदेशसाहित्यहोम

श्री महाकालेश्वर की नगरी में भारतीय नारियों का सँवर्धिनी चिंतन सम्मेलन आयोजित

डॉ. हेडगेवार स्मृति न्यास के द्वारा आयोजित संवर्धिनी चिंतन भारतीय स्त्री का सम्मेलन आयोजित किया गया जिसके उद्घाटन सत्र की मुख्य वक्ता डॉ सुनीता जोशी इंदौर व कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार,मालवी बोली की कवियत्री व लेखिका माया “नारायणी” जी बदेका द्वारा की गई।

सीमा वैद्य व राजश्री जोशी सहित संध्या सोलंकी मंचासीन रहीं मुख्य वक्ता द्वारा भारतीय चिंतन में महिलाओं की भूमिका पर अपना विचार व्यक्त किया अध्यक्ष श्रीमती माया बदेका जी द्वारा भारतीय स्त्री के चिंतन में भारतीय संस्कृति संस्कार का महत्व व भारतीय स्त्रियों का वैशिष्ट्य मातृत्व व सहनशीलता सहित शक्तिरूप काविस्तृत वर्णन किया गया।

द्वतीय चर्चा सत्र में उपस्थित लगभग 1500 मातृ शक्ति द्वारा 50 के गट में विभक्त होकर शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन ,सुरक्षा ,कुरीतिया व अंधविश्वास इत्यादि विषयो को लेकर आपसी चर्चा व चिंतन किया इन गटो के नाम गार्गी ,मैत्रेई ,रानी चेन्नमा इस प्रकार की आदर्श नारियों के नाम पर रखे गए थे।

समापन सत्र की मुख्य वक्ता भारती जी कुशवाह इंदौर रही जिन्होंने भारत के विकास में महिलाओं की भूमिका विषय पर कहा की स्त्री ही सृष्टि का केंद्र बिंदु है। जिनके माध्यम से संस्कृति पल्लवित होती है इस सत्र की अध्यक्षता वरिष्ठ अभियंता शोभा खन्ना द्वारा की गई कार्यक्रम में आकर्षक नृत्य प्रस्तुति पलक पटवर्धन जी एवम समूह द्वारा तथा अस्त्र शस्त्र समवेत रोमांचक प्रस्तुति रजनी नरवरिया के समूह द्वारा दी गई। आभार प्रदर्शन पिंकी आर्य जी द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में ज्ञानवर्धक प्रदर्शनी व महिला समूहों द्वारा निर्मित व विपणन किये जाने वाली वस्तुओं के स्टॉल भी लगाए गए।