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कांग्रेस सागर से करेगी विधानसभा चुनाव का शंखनाद:राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जनसभा करेंगे; 10 दिन पहले आए थे PM मोदी

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे मंगलवार को सागर आ रहे हैं। वे सुबह 11 बजे पहुंचेंगे। यहां कजलीवन मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करेंगे। वे सागर में करीब डेढ़ घंटे रुकेंगे। दोपहर 1.30 बजे भोपाल के लिए रवाना हो जाएंगे।

हाल में ही 12 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सागर आए थे। यहां बड़तूमा में उन्होंने संत रविदास महाराज के मंदिर की आधारशिला रखी थी।

कांग्रेस के मध्यप्रदेश मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पहली बार सागर आ रहे हैं। वे यहां से मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन का शंखनाद करेंगे। विधानसभा चुनाव का शंखनाद करने के लिए उन्होंने बुंदेलखंड के सागर को चुना है।

केके मिश्रा के मुताबिक उनकी सभा क्षेत्र में भाजपा के मंत्रियों, विधायकों और नेताओं द्वारा सत्ता के दुरुपयोग के खिलाफ कार्यकर्ताओं और आम जनता में ताकत देने का काम करेगी। क्षेत्र में लोग अत्याचार के शिकार हो रहे हैं। ऐसे में राष्ट्रीय अध्यक्ष की परिवर्तन सभा लोगों की आवाज बनेगी।

ये नेता होंगे शामिल
पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी, अरुण यादव, कांतिलाल भूरिया, सांसद विवेक तन्खा, सांसद नकुल नाथ, राज्यसभा सदस्य राजमणि पटेल, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह, अजय सिंह राहुल, एनपी प्रजापति, योगेश यादव, डॉ. विक्रांत भूरिया, महिला कांग्रेस अध्यक्ष विभा पटेल, एनएसयूआई अध्यक्ष आशुतोष चौकसे, किसान कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुर्जर समेत अन्य कांग्रेसी विधायक सभा में शामिल होंगे।

10 दिन पहले पीएम मोदी ने किया था संबोधित, पढ़िए क्या कहा था

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (12 अगस्त) को मध्यप्रदेश में सागर के बड़तूमा में संत रविदास मंदिर और स्मारक की आधारशिला रखी। इस मौके पर पीएम ने कहा- जब हमारी आस्थाओं पर हमले हो रहे थे, हमारी पहचान मिटाने के लिए पाबंदियां लगाई जा रही थीं, तब रविदास जी ने मुगलों के कालखंड में कहा था- पराधीनता सबसे बड़ा पाप है। जो पराधीनता को स्वीकार कर लेता है, जो लड़ता नहीं है, उससे कोई प्रेम नहीं करता। पीएम मोदी ने कहा कि पूज्य संत रविदास जी के आशीर्वाद से मैं विश्वास से कहता हूं कि आज मैंने शिलान्यास किया है। एक डेढ़ साल के बाद मंदिर बन जाएगा तो लोकार्पण के लिए भी मैं जरूर आऊंगा। संत रविदास जी मुझे यहां अगली बार आने का मौका देने ही वाले हैं।