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पेड़ों की जानकारी देने के लिए धूप में खड़े रहे लोग, AC रूम से बाहर नहीं आए निगम कमिश्नर

सार

विस्तार

इंदौर में पेड़ों की कटाई लगातार जारी है और शहरवासी भी अब इसके विरोध में उतर आए है। जगह जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और पेड़ों की कटाई रोकने के लिए मांग की जा रही है। इसी कड़ी में जनहित पार्टी ने इंदौर में 2100 पेड़ों की पूरी जानकारी जुटाकर नगर निगम कमिश्नर को सौंपी। यह पेड़ उन क्षेत्रों में लगे हैं जहां पर कटाई हो रही है या कटाई की संभावना है।

धूप में खड़े रहे कार्यकर्ता, कुर्सी से नहीं उठे कमिश्नर
पेड़ों की जानकारी देने के लिए कार्यकर्ता तेज धूप में नगर निगम कमिश्रर के दफ्तर के बाहर खड़े रहे। कार्यकर्ताओं ने कमिश्नर को शांतिपूर्वक पंचनामा सौंपने की बात की लेकिन वे अपने एसी रूम से निकलकर बाहर तक नहीं आए। कुछ देर के बाद एक अधिकारी को पंचनामा लेने के लिए भेज दिया और उसके तुरंत बाद मिलने आए अन्य लोगों से मुलाकात करने लगे।

बिना बताए काट दिए जाते हैं पेड़
जनहित पार्टी के अभय जैन ने बताया कि बिना जानकारी दिए रातों रात पेड़ों को काट दिया जाता है। इसीलिए हमने पेड़ों की जानकारी जुटाकर उनका पंचनामा बनाया है। इसमें पेड़ों की संख्या, उनके तनों की मोटाई शामिल है। हर पेड़ पर एक तख्ती लगाई गई है और नंबर डाला गया है। अगर एक भी पेड़ वहां पर कट गया तो इसकी जानकारी अब हमें लग जाएगी।

कार्यकर्ताओं ने एम.ओ.जी लाइंस के प्रत्येक पेड़ पर, “मैं तुम्हें जीवन देता हूं, तुम मुझे ही काटोगे”, के नारे के साथ नंबरिंग करके तख्ती  लगाई तथा प्रत्येक पेड़ का उसकी ऊंचाई तथा मोटाई तथा प्रजाति को दर्ज कर पंचनामा बनाया है। आंदोलन के चलते शहर के दो अन्य स्थान, अन्नपूर्णा से पश्चिम रिंग रोड को जोड़ने वाला मार्ग तथा पिपलिया कुम्हार से भी पेड़ काटने की सूचना मिली, कार्यकर्ताओं ने वहां जाकर भी इसी प्रकार वृक्षों की गणना करके पंचनामा बनाया। एम.ओ.जी. लाइंस के लगभग 1800 पेड़ सुदामा नगर लिंक रोड के लगभग 200 तथा पिपलिया कुम्हार के लगभग 100 पेड़ों का पंचनामा बनाकर नगर निगम कमिश्नर को सौंपा गया। इंदौर की शान रहे मल्हार आश्रम स्कूल में भी ग्रीन बेल्ट में सैकड़ो पुराने पेड़ काट दिए गए हैं। एक तरफ वृक्षारोपण की मुहिम चलाना और दूसरी तरफ दशकों पुराने बड़े-बड़े पेड़ों को निर्दयतापूर्वक काट देना कहां तक न्याय संगत है?

जनता के लिए बैंक खातों की जानकारी सार्वजनिक करे निगम
पिछले कुछ दिनों से नगर निगम में हुए करोड़ों के घोटाले की खबरें लगातार आ रही हैं, ऐसे में जनहित पार्टी की स्पष्ट मांग है कि जब प्रत्येक नागरिक एवं हर व्यापारी, उद्योगपति, कंपनी को अपना आय -व्यय का ब्यौरा प्रतिवर्ष देना होता है तब शहर के नागरिकों के पैसे से चलने वाली नगर निगम को भी अपनी आय और व्यय का ब्यौरा सार्वजनिक वेबसाइट पर डालना चाहिए।