प्रकाश त्रिवेदी की कलम सेमध्य प्रदेश

मध्यप्रदेश में कांग्रेस का चेहरा हो सकते है विवेक तनखा…

National Samacharline। उत्तरप्रदेश में शीला दीक्षित को चेहरा बनाने के बाद कांग्रेस आलाकमान में मध्यप्रदेश को लेकर भी कवायद शुरू हो गई है।
दस जनपथ के अंतरंग सूत्र बताते है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस का चेहरा राज्यसभा सदस्य विवेक तनखा हो सकते है।
गौरतलब है कि कांग्रेस आलाकमान का उत्तरप्रदेश और पंजाब के बाद अपना पूरा फोकस मध्यप्रदेश पर रहने वाला है। कांग्रेस के लिए राहत की बात यह है प्रदेश में उसके पास वोट भी है और कार्यकर्त्ता भी है। प्रदेश में केवल लोकप्रिय नेतृत्व की कमी है।
विवेक तनखा की छवि ईमानदार वकील राजनेता की है वे ब्राह्मण भी है और महाकोशल क्षेत्र से आते है जहाँ से कांग्रेस को बहुत उम्मीद है। मध्यभारत विंध्य और मालवा से तो कांग्रेस ने मुख्यमंत्री दिए है लेकिन महाकोशल को मौका नहीं मिला है। इस लिहाज तनखा कांग्रेस के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकते है।
खास बात यह है कि तनखा पढे लिखे नेता है जुझारू है भाजपा पर तीखा हमला करने में सक्षम है।
अरुण यादव प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में दम नहीं मार पा रहे है।
उनके गृह क्षेत्र निमाड़ में ही उनकी स्वीकार्यता कम है। प्रदेश के अन्य हिस्सों में तो उनको पहचान का संकट है।
मध्यप्रदेश को लेकर कांग्रेस आलाकमान के रोडमैप में तनखा एकदम फिट बैठते है। उनका प्रदेश के सभी बड़े नेताओ के साथ अच्छा समन्वय है गांधी परिवार से उनकी निकटता है दिग्विजय सिंह सिंधिया के स्थान पर उनके नाम पर तत्काल राजी हो सकते है।
प्रदेश की राजनीति जिस तरह से करवट ले रही हो सकता है अगला विधानसभा चुनाव विवेक तनखा और अनिल माधव दवे के बीच हो।

प्रकाश त्रिवेदी