उज्जैनप्रकाश त्रिवेदी की कलम सेमध्य प्रदेश

आधी रात को शिवराज यज्ञ-अनुष्ठान में आहुति देने आए।

उज्जैन। केंदीय मंत्रिमंडल में जाने की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज रात 10 बजे अचानक उज्जैन आए और सीधे क्षिप्रा तट स्थित झलारिया मठ में चल रहे महाशक्ति यज्ञ में सपत्नीक शामिल हुए।
गौरतलब है कि झलारिया मठ में दक्षिण के यज्ञाचार्य पंडित जी.जे शर्मा द्वारा महाशक्ति यज्ञनम किया जा रहा है। कल यज्ञ के में भाग लेंने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन भी आ रही है।
यूपी महाविजय के बाद शिवराज के केंद्र में जाने के कयास लगाए जाते रहे है। आज ही मुम्बई में शिवराज ने इण्डिया टुडे कॉन्क्लेव में इन अटकलों को सिरे से खारिज किया है।
बगैर कोई पूर्व नियोजित कार्यक्रम के मुम्बई से सीधे उज्जैन आने को लेकर तमाम अर्थ लगाए जा रहे है।
जानकार सूत्रों के अनुसार संघ की देखरेख में हो रहे इस यज्ञ में आहूति देने के लिए संघ के उच्चस्तर से शिवराज को निर्देश मिले थे। इसी कारण वे आनन फानन में आए और यज्ञ में आहूति दी।
घोषित रूप से यज्ञ अखण्ड भारत की संकल्पना को साकार करने के लिए है। लेकिन शिवराज का सपत्नीक आना कुछ और इशारा कर रहा है।
सूत्र बताते है कि शिवराज मध्यप्रदेश छोड़ना नहीं चाहते है। लिहाजा वे राजनीतिक और धार्मिक दोनों प्रयास समान्तर रूप से कर रहे है। उनके लिए महाकाल सहित अनेक सिद्ध स्थानों पर यज्ञ,अनुष्ठान चल रहे है।
झलारिया मठ में महाशक्ति यज्ञ में भाग लेना भी इसी कड़ी का हिस्सा बताया जा रहा है।

प्रकाश त्रिवेदी@samacharline