देशप्रकाश त्रिवेदी की कलम सेमध्य प्रदेश

यूपी में “योगीराज”- मोहन भागवत ने बनवाया आदित्यनाथ को सीएम।

लखनऊ। संघ प्रमुख् मोहन भागवत के हस्तक्षेप के बाद तमाम अटकलो के बीच हिंदुत्व के युवा संवाहक योगी आदित्यनाथ यूपी के मुख्यमंत्री चुन लिए गए है। इसी के साथ भाजपा अपने मूल हिंदुत्व के एजेंडे पर आ गयी है।
उत्तराखंड में जन्मे योगी महज 45 साल के है और 5 बार गोरखपुर से सांसद रह चुके है। हिंदुत्व के कट्टर पैरोकार योगी विज्ञान स्नातक है। अपने गुरु महंत अवैधनाथ की तरह योगी भी कट्टरपंथी माने जाते है। उनकी हिन्दू युवा वाहिनी का पूर्वांचल में बहुत दबदबा है।
मनोज सिन्हा,केशव प्रसाद मौर्य,डॉ.दिनेश शर्मा,जैसे नामों के बीच आज अचानक भाजपा के अंतःपुर में तेजी से राजनीतिक घटनाक्रम घुमा।
चार दिन से चल रही कवायदों के बीच संघ ने हिंदुत्व को विकास के ऊपर तरजीह देते हुए अपने कट्टरपंथी युवा चेहरे के रूप में योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनवाने का निर्णय लिया।
संघ प्रमुख् मोहन भागवत ने अमित शाह-मोदी को साफ साफ संदेश दे दिया कि योगी के अलावा कोई और नही चलेगा। इसके बाद नरम पड़े मोदी ने मौर्य और दिनेश शर्मा को उप मुख्यमंत्री बनाने के लिए संघ को राजी किया ताकि ओबीसी और ब्राह्मण मतदाताओं को साधा जा सके।
संघ की कोर ग्रुप की बैठक में तय हुआ कि हिंदुत्व को यूपी का चेहरा बनाया जाए और उनके साथ अनुभवी मंत्रिमंडल दिया जाए और विश्वस्त अधिकारियों की टीम लगाई जाए जो सीधे पीएमओ को रिपोर्ट करे।
मोदी और भागवत के बीच उक्त फार्मूला तय होने के बाद तत्काल योगी को दिल्ली बुलाया गया और उन्हें निर्णय की जानकारी दी गईं।
उत्तरप्रदेश रोगी है इसका इलाज योगी है,दिल्ली में मोदी,यूपी में योगी जैसे नारे लगाते उनके समर्थक बताते है कि योगी भी भी मोदी की तरह ही सबका साथ सबका विकास की राह पर चलेंगे और उनका एकमात्र एजेंडा भाजपा का संकल्प पत्र होगा।
बहरहाल भाजपा संघ के एजेंडे पर लौट आयी है।
उल्लेखनीय है कि यूपी में सबसे पहले संघ कार्य गोरखपुर में ही नानाजी देशमुख के प्रयासों से शुरु हुआ था। नानाजी के प्रयास से ही हिंदू महासभा को छोड़कर योगी के गुरु महंत अवैधनाथ भाजपा से जुड़े और उन्होंने राममंदिर आंदोलन का नेतृत्व किया।
दिल्ली में कट्टरपंथी मोदी का रूपांतरण हुआ है लखनऊ में योगी का होगा।
प्रकाश त्रिवेदी@samacharline