उज्जैनमध्य प्रदेश

अंदरूनी कलह :निगम आयुक्त के कदम से महापौर खेमे में हलचल

उज्जैन। पिछले 1 दशक से प्रोजेक्ट सेल पर कब्जा किए बैठे सहायक यंत्री को आखिरकार पहली बार कोई ऐसा निगम आयुक्त मिला, जिसने सख्त कदम उठाया और उस सेल को ही बंद कर दिया। जिसके चलते महापौर खेमे में हड़कंप मच गया और इस आदेश के बाद महापौर और निगम आयुक्त के बीच चल रहा शीतयुद्ध और गहरा गया है।
निगम आयुक्त विजय जे और महापौर मीना जोनवाल के बीच चल रहा शीतयुद्ध अब और ज्यादा गर्मी के मौसम में गर्म हो गया है। अक्टूबर 2017 में हुए सम्मेलन में सदन से बेईज्जत होकर निकाले गए सहायक यंत्री पीयूष भार्गव के पिछले 1 दशक के एकछत्र कार्यकाल पर आखिरकार निगम आयुक्त ने सख्ती दिखाते हुए यह साबित कर दिया है कि हर अधिकारी सहायक यंत्री की लुभावनी बातों में नही आता है। यही वजह रही कि निगम आयुक्त ने उस प्रोजेक्ट सेल को ही बंद कर दिया, जिस पर सहायक यंत्री ने पिछले 10 सालों से अपना कब्जा जमा रखा था।

इतिहास बनाया …
अपनी कार्यशैली से हमेशा सभी को चौकाने वाले निगम आयुक्त ने आज यह निर्णय लिया कि प्रोजेक्ट सेल पर ताला लगा दिया जाए और जेएनएनयूआरएम, बीएसयूपी के कामों को अलग-अलग अधिकारियों को दे दिया जाए। अभी तक यह सभी काम प्रोजेक्ट सेल के अंतर्गत सहायक यंत्री पीयूष भार्गव ही संभाल रहे थे। पिछले 10 सालों में किसी भी आयुक्त ने प्रोजेक्ट सेल के मुखिया को नही बदला। जिसके चलते सहायक यंत्री के पॉवर बुलंद थे। मगर पहली बार निगम इतिहास में आयुक्त विजय जे ने इस सेल को बंद करके साबित कर दिया कि उनको काम लेना अच्छे तरीके से आता है।
फोटो- महापौर

महापौर खेमे में हलचल…
निगम आयुक्त के इस कदम के बाद महापौर खेमे में हलचल मच गई है। सर्वविदित है कि सहायक यंत्री पीयूष भार्गव को महापौर खेमे का खास समर्थक माना जाता है। यही वजह है कि पिछले साल 9 अक्टूबर 2017 को संपन्न हुए सम्मेलन में जब निगम सभापति सोनू गेहलोत ने पार्षदों की विशेष मांग पर सहायक यंत्री को सदन से बाहर निकाला था। उसके अगले दिन ही महापौर ने श्री भार्गव के साथ रत्नाखेड़ी का दौरा करके मीडिया को यह बयान दिया था कि सहायक यंत्री भार्गव सबसे बढिया अधिकारी है। उसके बाद से ही यह तय हो गया था कि सहायक यंत्री पर महापौर खेमे का वरदहस्त है। आज जब निगम आयुक्त ने प्रोजेक्ट सेल को बंद करने का आदेश जारी किया तो सबसे ज्यादा हलचल महापौर खेमे में दिखाई दी।
00000000000