भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा हर जिले में एक महिला को प्रत्याशी बनाए जाने की योजना पर विचार कर रही है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान चाहते है कि महिला नेतृत्व को मौका दिया जाए।
इस रणनीति के पीछे महिला मतदाताओं में सरकार की अनुकूल छवि बनाकर आधी आबादी को साधने की कवायद दिखाई दे रही है।
10 अप्रैल को भोपाल में संघ-भाजपा की समन्वय बैठक होना है। संघ के सह सरकार्यवाह और भाजपा-संघ समन्वय का काम देख रहे डॉ. कृष्णगोपाल इस बैठक में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री उनके समक्ष इस मुद्दे को रख सकते है।
भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार संगठन स्तर पर सहमति बन गई है कि हर जिले में एक महिला को उम्मीदवार बनाया जाए ताकि महिलाओं में सरकार के प्रति विश्वास पैदा हो और इस विश्वास को भाजपा के पक्ष में भुनाया जाए।
गौरतलब है कि शिवराज सिंह सरकार ने महिलाओं के लिए जन्म से लेकर विवाह और पेंशन तक कि योजनाएं लागू की है। लाडली लक्ष्मी योजना मुख्यमंत्री की फ्लैगशिप योजना है इसके कारण उनकी महिलाओ में लोकप्रियता बड़ी हैं।
शिवराज चुनावी राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी है,सरकार विरोधी भावनाओं पर रोके लगाने के लिए वे महिलाओं, कर्मचारियों और दलित वर्ग पर ख़ास फोकस कर रहे है।
बहरहाल यदि भाजपा हर जिले में एक विधानसभा टिकट महिलाओं को देती है तो चौथी बार सरकार बनाने में उसकी राह आसान हो सकती है,पर लाख टके का सवाल है कि भाजपा महिला मोर्चे को प्रमोट करेगी या नेताओं के परिवार की महिलाओ को आगे लाया जाएगा। इस सवाल का उत्तर ही महिला सशक्तिकरण पर पार्टी की ईमानदारी को साबित करेगा।
प्रकाश त्रिवेदी@samacharline.com