उज्जैनदेवासमध्य प्रदेश

13 को होगी निगम परिषद की बैठक 16 बिन्दुओं पर होगा विचार विमर्श पुराने जीर्णशीर्ण निगम मार्केट होंगे जमींदोज


अब 13 को होगी निगम परिषद की बैठक
16 बिन्दुओं पर होगा विचार विमर्श
पुराने जीर्णशीर्ण निगम मार्केट होंगे जमींदोज
देवास।
निगम परिषद की बैठक होने पर लगभग ये तय हो जाता है की आने वाले दिवसों में किस तरह शहर के विकास को लेकर निगम की तैयारीयां रहेंगी। किस तरह विकासशील कार्य किये जायेंगे। इस प्रकार की बैठक यूं तो प्रति तीन माह में होना तय रहता है लेकिन यहां भी कई प्रकार के विघ्र आने पर आखिरकार बैठक हो ही जाती है। इसी के चलते आगामी दिनों में बैठक की तिथि तय हुई है। जिसमें करीब 16 बिन्दुओं को लेकर परिषद के सदस्यों के द्वारा महापौर की मौजूदगी में बैठक होना तय हुआ है। इन विषयों में अधिकांश पुराने निगम मार्केट को पुनर्रोद्धार करने की व वहां पर नवीनीकरण करने जैसे विचारों पर चर्चा होना सुनिश्चित है। इस बैठक में और भी कई महत्वपूर्ण मसलों को लेकर चर्चा हो सकती है।
नगर निगम का साधारण सम्मेलन आगामी 13 अगस्त को होना तय हुआ है। जहाँ उक्त बैठक स्थानीय जिला पंचायत भवन बैठक कक्ष में होगी। उक्त बैठक में सभापति, महापौर, आयुक्त और विभागीय अधिकारीयों की मौजूदगी में करीब 16 बिन्दुओं को लेकर बैठक होना तय हुआ है।
इन विषयों पर होना है विचार
इनमें प्रमुखता से निगम द्वारा पूर्व से संचालित मार्केटों की जीर्णशीर्ण हालत पर विचार किया जाना है, जिसमें कई मार्केट का नवीनीकरण करने पर भी विचार किया जाना संभव है। इसके साथ ही पूर्व आयुक्त निवास की भूमि पर सहवाणिज्यिक गतिविधियों की कार्ययोजना पर विचार किया जाना है। निगम मार्केट जिसमें निगम के पूर्व भवन को जमींदोज कर उसके स्थान पर नवीन व्यावसायिक भवन बनाने हेतु कार्ययोजना तैयार की गई है जिसकी संपूर्ण जानकारी उक्त बैठक में सदस्यों को दी जानी है। नगर निगम के नवीन कार्यालय भवन का नामकरण, जैसे मुद्दों को लेकर चर्चा की जायेगी। स्टेशन रोड़ स्थित 52 दुकान मार्केट की दुकानों का तकनीकी परिक्षण किया जा चुका है, जिसे जमींदोज कर नवीन मार्केट प्रथम तल पर बनाये जाने पर विचार किया जाना संभव है। कुछ ऐसे ही अन्य निगम मार्केट जिसमें ईदगाह रोड़ स्थित मटन मार्केट, नावेल्टी चौराहे पर गाँधी मार्केट जैसे अन्य शहर के निगम मार्केट जो जीर्णशीर्ण अवस्था में पाये गये हंै उन पर विचार किया जायेगा। इसके साथ ही शारदा माता मंदिर के सामने मुख्य मार्ग के नाम पर संशोधन कर शारदा मैय्या मार्ग पर विचार किया जाना सुनिश्चित है।