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MPCA के निर्णय को मिला गांगुली का समर्थन, मुफ्त टिकटों पर समझौता नहीं करेंगे : गांगुली

नई दिल्ली। भारत और वेस्टइंडीज के बीच 24 अक्टूबर को इंदौर में होने वाला मैच एमपीसीए और बीसीसीआई के बीच मुफ्त पास की संख्या को लेकर हुए विवाद के बाद शिफ्ट हो गया। अब यह मैच विशाखापत्तनम में खेला जाएगा।

इंदौर में वन-डे मैच रद्द होने के बाद एक वर्ग का मानना है कि इससे एमपीसीए के साथ ही इंदौरी क्रिकेट की छवी धूमिल हुई है। पिछले मैचों के दौरान इंदौर का होलकर स्टेडियम पूरी तरह से भरा रहता था, यहां तक कि पहले टेस्ट मैच के दौरान भी टिकटों की भारी मांग थी। अब ऐसे में बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (सीएबी) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने भी एमपीसीए के निर्णय को सही बताया है। गांगुली ने कहा कि ईडन गार्डंस में 4 नवंबर को भारत और वेस्टइंडीज के बीच होने वाले टी-20 मैच के लिए सीएबी मुफ्त में दिए जाने वाले टिकटों पर कोई समझौता नहीं करेगा।

बीसीसीआई के नए नियम के अनुसार, स्टेडियम की क्षमता के अनुसार राज्य संगठन अब केवल 10 प्रतिशत मुफ्त टिकट ही रख सकेंगे, जबकि 90 प्रतिशत टिकट बिक्री के लिए रखे जाएंगे। इसी नियम के चलते इंदौर में मैच नहीं हो सका और वह अब विशाखापत्तनम स्थानांतरित कर दिया गया। इस मामले में गांगुली एमपीसीए के पक्ष में हैं। गांगुली ने कहा, हम अभी तक जितने टिकट बांटते आए हैं उतने ही अभी भी देने होंगे। हम इसमें कोई समझौता नहीं कर सकते। मैं समझ सकता हूं कि एमपीसीए/इंदौर को किन परेशानियों का सामना करना पड़ा होगा और मैं पूरी तरह उनके साथ हूं क्योंकि इन स्वाभाविक परेशानियों को कभी समझा नहीं जा सकता। उनकी मांग पूरी तरह से जायज है।

ईडन गार्डंस की दर्शक क्षमता 66000 से थोड़ी ज्यादा है, जिनमें से करीब 30 हजार टिकट मुफ्त पास के तौर पर बांटे जाते हैं। पूर्व भारतीय कप्तान ने इसे भी समझाया। उन्होंने कहा, मैं जाकर प्रशासन और सरकारी विभागों को यह नहीं समझा सकता कि आप पैसे देकर टिकट खरीदों। इन्हीं लोगों के कारण मैच आयोजन संभव हो पाता है। जब गांगुली से पूछा गया कि क्या वह इस वजह से मैच की मेजबानी छोड़ देंगे, तो उन्होंने कहा, मैं नहीं जानता कि वह (बीसीसीआई) क्या करेगा। यदि वह मैच कहीं और कराना चाहते हैं तो वह करा सकते हैं। लेकिन हम इसे लेकर समझौता नहीं करेंगे।

हम इंतजार करेंगे : एमसीए

मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) ने 29 अक्टूबर को भारत और वेस्टइंडीज के बीच होने वाले चौथे वन-डे के पास पर फैसला लेने से पहले वेट एंड वॉच पॉलिसी का पालन करने का निर्णय किया है। वानखेड़े स्टेडियम की क्षमता 33,000 है और नए नियमों के हिसाब से एमसीए को 3300 पास मिलेंगे जिसमें से आधे बीसीसीआई को देने होंगे। एमसीए के अधिकारी ने बताया कि हम पास के मसले पर वेट एंड वॉच पॉलिसी के हिसाब से चलेंगे। हमने अब तक बीसीसीआई को कुछ भी नहीं बताया है। हम उन क्रिकेट संघों द्वारा लिए गए फैसलों के हिसाब से चलेंगे जो भारत-वेस्टइंडीज मुकाबलों की मेजबानी कर रहे हैं।