मल्टीमीडिया डेस्क। भारत के युवा विकेटकीपर रिषभ पंत के लिए टेस्ट क्रिकेट में अभी तक का सफर बहुत धमाकेदार रहा है। पंत ने पहले इंग्लैंड और फिर वेस्टइंडीज के खिलाफ शानदार खेल दिखाया। पंत का बल्ला लगातार रन उगल रहा है और पांच टेस्ट के अपने छोटे से करियर में उन्होंने महेंद्रसिंह धोनी के 12 साल पुराने खास रिकॉर्ड को ध्वस्त किया।
21 वर्षीय पंत ने इंग्लैंड के खिलाफ सितंबर 2018 में ओवल टेस्ट मैच में शतक जड़ा था। उन्होंने 146 गेंदों में 114 रन बनाए थे। वे इसके बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक के दो मौके चूके और नर्वस नाइंटीज के शिकार बने। उन्होंने राजकोट और हैदराबाद में 92-92 रनों की पारियां खेली।
टेस्ट क्रिकेट में शुरुआती पांच मैचों के बाद भारतीय विकेटकीपर द्वारा बनाए गए सर्वाधिक रनों का रिकॉर्ड भारत-वेस्टइंडीज सीरीज से पहले महेंद्रसिंह धोनी के नाम पर था। धोनी ने दिसंबर 2005 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था और उन्होंने पहले पांच टेस्ट मैचों की 6 पारियों में 59.4 की औसत से 297 रन बनाए थे। इसमें पाकिस्तान के खिलाफ फैसलाबाद टेस्ट में खेली 148 रनों की पारी शामिल थी। उन्होंने इसके अलावा दिल्ली में श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 51 रनों की पारी भी खेली थी।
धोनी द्वारा जनवरी 2006 में बनाए इस रिकॉर्ड को रिषभ पंत ने तोड़ दिया। पंत के नाम 5 टेस्ट मैचों की 8 पारियों में 43.25 की औसत से 346 रन हो चुके हैं। उन्होंने इस दौरान 1 शतक और 2 फिफ्टी लगाई है।
पंत आक्रामक बल्लेबाजी करते हैं और छठे या सातवें क्रम पर उनकी मौजूदगी से टीम को मजबूती मिलती है। इन दिनों टीम इंडिया के पुछल्ले बल्लेबाज भी उपयोगी योगदान दे रहे है जिसकी वजह से भारत पांच स्पेशलिस्ट गेंदबाजों के साथ मैदान में उतरकर विपक्षी टीम पर दबाव बना सकता है।