नई दिल्ली: आतंकियों को पालने पोषने वाला पाकिस्तान दुनिया में घिरता ही जा रहा है. सभी बड़े देशों ने पाकिस्तान पर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर दबाव बनाया हुआ है. इस बीच एक बार फिर अमेरिका ने पाकिस्तान को आतंकवाद रोकने का अल्टीमेटम दिया है.
अमेरिका और भारत ने साझा बयान में कहा है, ”पाकिस्तान को आतंकियों का खात्मा करने के लिए ठोस कार्रवाई करनी चाहिए. आतंकियों के लिए स्वर्ग बन रही उसकी धरती पर आतंकियों का दाना पानी बंद होना चाहिए, जो आतंकियों को समर्थन देते रहे हैं उनकी भी जवाबदेही तय होनी चाहिए.”
पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक के बाद पहली बार भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले अमेरिका के दौरे पर हैं. पाकिस्तान पर दोनों देशों का साझा बयान विजय गोखले और अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो की मुलाकात के बाद आया है. इस लिहाज से ये भारत की बड़ी डिप्लोमेटिक जीत बताई जा रही है.
कश्मीर में पाक की साजिश का पर्दाफाश
राष्ट्रीय जांच एजेंसी NIA को एक ऐसी लिस्ट मिली है जिससे खुलासा हुआ है कि कश्मीर में हुर्रियत नेताओं को पाकिस्तान टेरर फंडिंग कर रहा था. खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान हाईकमीशन में तैनात इकबाल चीमा नाम के शख्स ने हुर्रियत नेताओं को पैसे भेजे. इकबाल चीमा ने हुर्रियत नेताओं को 40 लाख रुपये भेजे थे, पाक दूतावास से आए 30 लाख रुपये का भी दस्तावेज में जिक्र है.
NIA को मिले दस्तावेज में किस नेता को कितने पैसे दिए गए, इसका भी ब्यौरा है. दस्तावेज के मुताबिक हुर्रियत औऱ उससे जुडे कुल 26 सगंठनो का जिक्र किया गया है, ये पैसे आतंकियों और पत्थरबाजों तक पहुंचाए जाते थे.
सूत्रो के मुताबिक जांच एजेसियों की रिपोर्ट के आधार पर केन्द्र सरकार ने हुर्रियत और उससे जुडे संगठनो की जांच तेज कर दी है. इसके साथ ही हुर्रियत के तमाम नेताओं का ब्यौरा मांगा जा रहा है. जिन नेताओं की भूमिका सामने आई है उन्हें भी जांच एजेसियां पूछताछ के लिए बुलाने जा रही हैं.
कश्मीर: सेना ने 21 दिन में 18 आतंकी ढेर किए
जम्मू कश्मीर में आतंक का सफाया जारी है, सुरक्षा बल जैश ए मोहम्मद के आतंकियों को चुन चुन कर मार रहे हैं. सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि 21 दिन में 18 खूंखार आतंकवादी मारे जा चुके हैं. पुलवामा में सीआरपीएफ अटैक के मास्टरमाइंड मुदासिर अहमद खान और हमले के लिए कार देने वाले सज्जाद समेत तीन आतंकियों को कल ढेर कर दिया. सेना के मुताबिक 23 साल का मुदासिर पुलवामा का रहने वाला था और पेशे से इलेक्ट्रिशियन था.