उज्जैनदेवासभोपालमध्य प्रदेश

पेट्रोल पंप पर बस हुई अनियंत्रित, मशीन में जा घुसी बस हादसा होने से बचा, सामने खड़ी महिला को युवक ने धक्का देकर बचाया


पेट्रोल पंप पर बस हुई अनियंत्रित……
पेट्रोल पंप की मशीन में जा घुसी बस बढ़ा हादसा होने से बचा…..
सामने खड़ी महिला को युवक ने धक्का देकर बचाया…..
देवास
शहर के बीच बने पेट्रोल पंपों पर बसों का प्रतिदिन खड़ा होना देखा जा सकता है। जिसके चलते हादसे होने का भय परस्पर बना रहता है। पेट्रोल पंपो पर बसों के रूकने के लिए भी पंप संचालक की सहमति होती है। बताया जाता है की यहां पर रूकने वाली बसें इन्हीं निर्धारित पंपो से ही डीजल भरवाते हैं, जिससे पंप को मुनाफा भी होता है। लेकिन दुर्घटना का भय भी बना रहता है। ऐसा ही कुछ बुधवार सुबह करीब 7.15 बजे देखने को मिला जहां पंप पर ही रूकी बस प्रतिदिन की तरह जाने को तैयार थी, बस चालक ने बस को जैसे ही चालू किया बस के ब्रेक नहीं लगे और बस पेट्रोल पंप को गिराते हुए दीवाल से जा टकराई। यहां पर उस दौरान दो महिलाएं स्कूटी में पेट्रोल डलवाने के लिए खड़ी थी, गनीमत रही की इस बस से उन्हें पेट्रोल भरने वाले युवक ने बचा लिया नहीं तो कोई बड़ी घटना भी यहां हो सकती थी।
शहर के बीच कई पेट्रोल पंप है जहां पर कुछ यात्री बसों का रूकना प्रतिदिन रहता है। जबकि बस संचालक इन बसों को या तो बस स्टेण्ड पर रोक कर खड़ी कर सकते हैं या फिर उनके गृह क्षेत्र के आसपास लेकिन यह इन बस चालकों की पेट्रोल पंप संचालक से कुछ मिली भगत भी रहती है जिसके कारण यहां पर बसों का रूकना प्रतिदिन रात्रि को रहता है। जब बसों को प्रतिदिन की भांती सुबह चालू करते हैं तो बताया जाता है की बस का प्रेशर नहीं रहता जिसके कारण ब्रेक नहीं लगते हैं। बुधवार सुबह भी कुछ ऐसा ही हादसा सुबह करीब 7.15 बजे हो गया। जहां पर एक देवास से इंदौर की और जाने वाली उपनगरीय बस क्रमांक एमपी 09 एफए 2446 उज्जैन रोड़ स्थित एक पेट्रोल पंप से टकरा गई जिसके कारण उस दौरान पंप पर मौजूद दो महिलाएं स्कूटी में पेट्रोल भरा रही थी वह बाल-बाल बची। वहीं बस संचालक और पंप संचालक के बीच काफी देर तक इस बात को लेकर चर्चा भी होती रही की अब टूट-फूट की भरपाई कैसे की जाएगी। वहीं पंप संचालक ने बताया की वह इस घटना की सूचना पुलिस को भी देगा।
शेर वाल लॉक नहीं लगता तो होता बड़ा हादसा
पंप पर कार्य कर रहे श्रमिक ने बताया की जब यह हादसा हुआ उस दौरान पंप गिरते ही शेर वाल लॅाक हो गया था। श्रमिक ने बताया की अगर शेर वाल लाक नहीं होता तो कम से कम 200 लीटर पेट्रोल पानी की तरह बह जाता जिससे बड़ा हादसा हो सकता था। पंप के गिरने के बाद करीब 2-3 लीटर पेट्रोल पंप से बहा होगा। पंप संचालक के बताए अनुसार डिस्प्ले कंट्रोल कार्ड, मदर बोर्ड, रेड डिस्प्ले, नोजल स्टेण्ड, आदि सामाग्री टूट-फूट गई जिससे करीब 30-35 हजार रूपए से अधिक का नुकसान हुआ है। वहीं बस संचालक व पेट्रोल पंप संचालक के बीच इस नुकसान की भरपाई के लिए चर्चा चल रही थी।
इन पंपो पर ठहरती है बसें
शहर के अधिकांश पंपो पर बसे खड़ी रहती है। बताया जाता है की यह यात्री बसें प्रतिदिन रात्रि को उज्जैन रोड़ पर बने पंप पर, इटावा क्षेत्र में बने पंप पर, मक्सी रोड़ पर बने पंप पर सीटी बसें, एबी रोड पर बने पंपों पर खड़ी रहती है।