उज्जैनदेवासभोपालमध्य प्रदेश

मेरा बल्ड ग्रुप कौन सा है देखें और बताएं – एसडीएम, जन्म-मृत्यु विभाग में पाई अव्यवस्था हुए नाराज………., 3 घंटे से अधिक समय तक एसडीएम ने किया जिला चिकित्सालय का औचक निरिक्षण

3 घंटे से अधिक समय तक एसडीएम ने किया जिला चिकित्सालय का औचक निरिक्षण
जन्म-मृत्यु विभाग में पाई अव्यवस्था हुए नाराज……….
मेरा बल्ड ग्रुप कौन सा देखे और बताये – एसडीएम
देवास।
जिला चिकित्सालय जहां अब तक अव्यवस्थाएं इस तरह अपने पैर पसार चुकी है की यदा-कदा कोई भी अधिकारी इन अव्यवस्थाओं को ठीक करने के उद्देश्य से यहां पर पंहुचता है तो उस दौरान चिकित्सालय के अधिकारी व्यवस्थों को सुधारने की बात उच्चाधिकारीयों से कह जाते हैं लेकिन उसके बावजूद भी मरीजों के हित के लिए यहां पर अव्यवस्थाएं ही देखी जाती है। गुरूवार को भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला जब एसडीएम ने फिर से जिला चिकित्सालय में निरिक्षण किया जहां अव्यवस्थाओं को देखकर मौजूद चिकित्सालय अधिकारीयों पर वह नाराज हुए। उन्होनें यहां पर जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र विभाग का दौरा किया जहां पर उन्होनें पाया की विभाग की संतोष जनक स्थिति नहीं कही जा सकती है।
जिला चिकित्सालय में आए दिन अव्यवथाओं को लेकर जिला प्रशासनिक अधिकारी दौरा करने शिकायतों के बाद पंहुचते है। यहां पर आने के बाद चिकित्सालय के मौजूद अधिकारीयों को इन अधिकारीयों के द्वारा कहा भी जाता है की किसी भी प्रकार से आगे अव्यवस्थाऐं नहीं होनी चाहिए। लेकिन इन प्रशासनिक अधिकारीयों के जाने के बाद अस्पताल के हालात फिर जस के तस बन जाते हैं। गुरूवार को फिर एसडीएम जीवन सिंह रजक चिकित्सालय में पंहुचे जहा उन्होनें पूरे अस्पताल का भ्रमण किया उसके बाद जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र शाखा में गए जहां उन्होनें देखा की अव्यवस्थाएं बनी हुई है जिस पर विभाग प्रमुख को कहा है की यहां की अव्यस्थाएं सुधार ली जाए। वहीं बताया जाता है की बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र समय पर नहीं मिल पाता है। एसडीएम ने कहा है की बच्चे के जन्म के 15 दिनों के बाद परिजनों को जन्म प्रमाण पत्र मिल जाए। कुछ ऐसी ही व्यवस्था को लेकर चिकित्सालय में उन्होनें निरिक्षण किया था। वहीं अस्पताल के समस्त वार्डों का निरिक्षण भी किया जिस पर भी मौजूद अव्यवस्था सुधारने के लिए निर्देश जारी किए है।
इसीलिए तो बार-बार होता है निरिक्षण
एसडीएम जीवन सिंह रजक ने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा की सरकार के आदेश हैं की समय सीमा में निर्धारित किए कामों को पूरा करना आवश्यक है जिसके लिए बार-बार निरिक्षण करने के लिए आना पड़ता है। वैसे जिला चिकित्सालय में लगातार निरिक्षण करने पर यह तो पाया है की यहां की अव्यवस्थाओंं में कुछ सुधार आया है। पहले तो सफाई व्यवस्था ठीक नहीं होने से कई बार आना पड़ता था। अब व्यवस्थाओं में सुधार आया है।