उज्जैनदेवासभोपालमध्य प्रदेश

21 माह से मिल रहा सिर्फ आश्वासन……! , दृष्टिहीन कन्या केन्द्र की छात्राओं को अब तक नहीं मिल पाए लेेपटॉप, छात्राओं के भविष्य के साथ हो रहा खिलवाड़

देवास। विद्यार्थियों को शासन से मिलने वाली सुविधाएं नहीं मिल पा रही है, जिसके कारण विद्यार्थियों को कई प्रकार की समस्या से जूझना पड़ रहा है। ऐसे ही दृष्टिहीन कन्या केेन्द्र स्कूल की बच्चियों के साथ हो रहा है जहां बच्चियों को शासन की और से स्वीकृत लेपटॉप व डेजी प्लेयर अब तक इन बच्चियों को नहीं मिल पाए है, जबकि सरकार की और से लेपटॉप के लिए राशि भी स्वीकृत हो चुकी है। छात्राओं को मिलने वाले लेपटॉप गत वर्ष संस्था को प्राप्त हुए थे। किंतु छात्राओं को प्रदान करने से पूर्व ही पंचायत अधिकारी द्वारा वापस बुलवा लिए गए थे। उस दौरान पंचायत अधिकारी ने आश्वासन दिया था की दो सप्ताह में लेपटॉप वितरित हो जाएंगे। लेकिन 21 माह बीत जाने के बाद अब तक लेपटॉप संस्था को प्राप्त नहीं हुए है जिसके कारण बच्चियों की पढ़ाई पर गहरा असर पढ़ रहा है वहीं कक्षा 12 वीं की परिक्षाएं अगले तीन माह पश्चात होना है जिसको लेकर छात्राओं को बेहद परेशान होना पड़ा रहा है। लेपटॉप पुन: देने की मांग को लेकर सोमवार दोपहर को दृष्टिहीन कन्य केन्द्र से बच्चियां यहां पर आई जिन्होनें अपनी व्याप्त समस्या को लेकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। इसके साथ ही विकलांग दिवस पर होने वाले कार्यक्रमों का बहिष्कार भी किया है।
शहर की दृष्टिहीन कन्या केन्द्र स्कूल की छात्राएं सोमवार दोपहर को कलेक्टर कार्यालय में पहुंची जहां उन्होनें अपनी समस्या को लेकर ज्ञापन कलेक्टर के नाम जिला पंचायत सीईओ शीतला पटले को सौंपा। छात्राओं ने बताया की वह कक्षा 12 वीं में अध्ययरत हैं, जिन्हें 20 लेपटॉप व डेजी प्लेयर शासन की और से स्वीकृत हुए थे। जिसके लिए शासन की और से 4 लाख 32 हजार रूपए भी शासन की और से आवंटित हो गए थे। वहीं संस्था को 19 फरवरी 2018 को 20 लेपटॉप प्राप्त हुए थे। किंतु छात्राओं को मिलने से पूर्व ही पंचायत अधिकारी के द्वारा वापस बुलवा लिए गए थे। वहां से आश्वस्त किया गया था की दो सप्ताह के भीतर लेपटॉप वितरित कर दिए जाएंगे। लेकिन 21 माह से अधिक समय होने के बाद छात्राओं को लेपटॉप नहीं मिल पाए हैं। वहीं छात्राओं ने कलेक्टर कार्यालय के परिसर में जमकर नारेबाजी भी की जहां उन्होनें नारे लगाते हुए कहा आश्वासन छोड़ो लिखकर दो। वहीं आज विश्व विकलांग दिवस है जिसको लेकर दृष्टिहीन कन्या केन्द्र की छात्राओं ने इस दिवस का बहिष्कार भी किया है।

बगैर लेपटॉप से प्रभावित हो रही पढ़ाई
दृष्टिहीन कन्या केन्द्र से कक्षा 12 वीं कक्षा की छात्रा रिंकी ने बताया की एक आम विद्यार्थी किताब से पढ़ सकता है, या उसके शिक्षक उसे किताबों से उसे नोटस बनवा सकते हैं। लेकिन हमारे साथ बड़ी समस्या बनी रहती है। हमारे कक्षा 6 टी से 12 तक कोर्स बड़े मुश्किलों भरे होते हैं। वहीं लिखने में काफी समस्या रहती है, लिखने में सारा समय कर देंगे तो पढ़ेगे कब समय हीं नहीं बच पाएगा। हम जब कक्षा में बैठकर पढ़ाई करते हैं तो कक्षा में शिक्षक जो पढ़ाते हैं वह बाद में सुनकर हम हमारी पढ़ाई कर लेते हैं। लेकिन लेपटॉप नहीं होने से पढ़ाई प्रभावित हो रही है, अब पढ़ाई कैसे करें हमारे लिए मुसीबत बनी हुई है। अब 21 माह से अधिक समय हो गया है और पढ़ाई पूरी नहीं हो पाई है।
यह दिया ज्ञापन, किया बहिष्कार
हम सभी छात्राओं को मेरिट के आधार पर 20 लेपटॉप शासन द्वारा स्वीकृत हुए थे जिसके लिए शासन की ओर से रूपये 432000/- (चार लाख बत्तीस हजार) मात्र आवंटित भी हो गए थे। संस्था को दिनांक 19 फरवरी 2018 को 20 लेपटॉप प्राप्त हुए थे किंतु छात्राओं को प्रदान करने से पूर्व ही पंचायत अधिकारी द्वारा वापस बुलवा लिए गए, तथा आश्वासन दिया गया कि दो सप्ताह मे आपको लेपटॉप वितरित कर दिए जाएंगे। लेकिन आज 21 माह व्यतीत हो जाने के पश्चात् भी हमे हमारे लेपटॉप प्राप्त नहीं हुए हैं, जबकि इस अंतराल मे विद्यालय मे दो बार कम्प्यूटर प्रशिक्षण कार्यशाला भी बेंगलोर के विशेषज्ञों द्वारा आयोजित की जा चुकी हैं जिसका उद्घाटन लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा एवं आप स्वयं (कलेक्टर महोदय) द्वारा किया गया था तथा मनोज राजानी भी कार्यक्रम मे पधारे थे। उस समय आपने तत्काल लेपटॉप प्रदान करने का आदेश जारी किया था लेकिन अधीनस्थ कर्मचारियों की उदासीनता एवं लापरवाही के चलते हम अभी तक लेपटॉप से वंचित हैं। महोदय जैसा कि आप जानते हैं हम दृष्टिहीन छात्राओं को अध्ययन हेतु डेजी प्लेयर तथा लेपटॉप की अत्याश्यकता होती है। किंतु विभाग के उक्त रवैये के कारण हमें समुचित प्रशिक्षण से वंचित होना पड़ रहा है जो कि निश्चित ही हमारे भविष्य के साथ खिलवाड़ है, फलस्वरूप हम पढ़ाई में न्यूनतम पांच वर्ष पिछड़ गईं हैं। अत: आपको सूचित करते हुए हमें बहुत दु:ख हो रहा है कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक हम किसी भी शासकीय कार्यक्रम में भागीदारी नहीं कर पाएंगे। दिनांक 30 नवम्बर को आयोजित विभागीय शिविर का हमने बहिष्कार किया है तथा कल दिनांक 03.12.2019 को संपन्न होने जा रहे विकलांग दिवस कार्यक्रम का भी हम बहिष्कार करती हैं।